Saturday, February 3, 2007

सुराज


(1)

अपन देश म
सुराज लाबो ग ।
हम न काकरो
गुलामी नई सहन ।

(2)

हमर छत्तीसगढ़ी दाई
ह धन धान्य से भरे हे ।
हमन सब ओकर
लइका अउ संतान हन ।

(3)

अपन दाई माई के
मरजाद बचाय बर जान
चलो दे देबो ।
हमन सुराज लेके रहिबो।

(4)

फिरंगी ल नइ रहे देवन।
अपन जान चले जावय,
नइ तो तीर तलवार ले
मार भगाबो।

(5)

गाँधी बबा के
टेड़गा लाठी चमकाबो।
जान गवाबो,
नइ भागही त जान ले लेबो।

(6)

सरदार भगत सिंह
शहीद बीर नारायण सिंह, आजाद,
सच्चा वीर सिपाही रहीन।
पन्द्रह अगस्त के दिन
हमर देश स्वतंत्र होगे।
हमर देश सुराज होगे।

(7)

सुराज ल सम्हार के
रखना हमर धरम हे।
हमर माई के खातिर
जान, घलो दे देबो ।
पन्द्रह अगस्त अमर हो
भारत माता अउ तिरंगा
झंडा के सब जय बोलो ।

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