मोंगरा के फूल
कवि - डॉ. जे. आर. सोनी
Saturday, February 3, 2007
जेठ के घाम
सुरुज देवता के घाम
मनखे, चिरई-चिरगून ल कइथे
रुख के छाँव म कर ले बिसराम।
नदिया, नरवा, तलाब सुखागे
रुख राई सुखागे,
रुख राई सुखागे,
चुरई-चिरगुन के कंठ सुखागे,
सुरुज के घाम ले
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