Saturday, February 3, 2007
जय माँ डिडनेश्वरी देवी
जय हो जय हो डिडनेश्वरी मईया
जय हो जय हो डिडनेश्वरी मईया
तोर लीला हावय अपार हो,
डिडनेश्वरी मइया जय होवय तोर ।
गाँव मलार म तोर मंदिर हे,
सोना के भण्डार हो।
डिडनेश्वरी मइया जय होवय तोर ।
जय माँ डिडनेश्वरी देवी मईया
चइत मनरात्र म पूजा होथे
घी के जोत जलाये हो ! जय हो जय हो ।.....
कुंवार नवरात्रि म जँवारा बोथें
पूजय लाखों लोग हो ।
डिडनेश्वरी मइया जय होवय तोर ।
जय माँ डिडनेश्वरी देवी मईया
तोर दुवारी ले कोई खाली नई आवै,
देवत पुत्र, धन भंडार हो ! जय हो जय हो ।.......
तोर मुरतिया चोरी हो गिस,
तंय आये अपन निवास हो
तोर महिमा हावय अपार हो।
जय हो जय हो डिडनेश्वरी मइया ।
गिर पड़े छोटे के देवी
तोर माँ के ममता अपार हो,
केंवट ढीमर समाज हे तोर पुजारी
सेवा करत दिन रात हो।
तोर ज्योति के फैलय प्रकाश
तोला पूजय सब संसार हो।
जय हो जय हो डिडनेश्वरी मइया ।
जय हो जय हो डिडनेश्वरी मइया ।
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