Saturday, February 3, 2007

छत्तीसगढ़-दरसन

घुमा देना संगवारी मोर,
मलार मेला, गुप्तेश्वर मंदिर घुमा दे ना ।
आवत हावय महाशिवरात्रि
भोले शंकर बाबा के दर्शन करा दे ना,
जोड़ी मोर, घुमा देना,
मोर मल्लार मेला, शिवरीनारायण मेला ।
महानदी, हसदेव, खारुन नदिया बहत हे,
जेकर पानी ल पी के संगी
मटरगस्ती करत हे ।
राजीवलोचन, सिरपुर, शवरी, गिरौदपुरी,
चंद्रहासनी देवी ।
सारंगढ़ के समलेश्वरी,
रायगढ़ के रयगढ़िन देवी, मलार के
डिडनेश्वरी, रतनपुर के महामाया देवी,
डोंगरगढ़ के बमलेश्वरी,
दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी देवी ।
महानदी तोर चरन पखारय हो ।
देखा देना जोड़ी,
मेला छत्तीसगढ़ के दरसन करा देना ।
छत्तीसगढ़ के पावन माटी म,
धान, तिवरा, चना गेहूं, उपजथे
दुबराज चाउर के भात, राहरदाल, पताल
मिरचा के चटनी खाके भइया,
किसान झूमय नाचय ।
करमा, ददरिया, पंथी, सुवा
भोजली गावंय नाचंय,
पंडवानी, नाचा गम्मत, रास, चंदैनी गावैं
करा देना जोड़ी, मौला छत्तीसगढ़ के दर्शन करा देना ।
छत्तीसगढ़ म सोना चांदी,
हीरा पन्ना के भंडार हे ।
बिलाई के लोहा इस्पात के कारखाना,
कोरबा के बिजली तापघर हावय,
बाल्को म एल्यूमिनियम बनथ हे
कोयल बन के भण्डार हे ।
देखा देना संगवारी मोर,
घुमा देना जोही मारे छत्तीसगढ़ के दर्शन करा देना ।
इहां बड़े बड़े संत जनम लेहे हें,
ओकर दर्शन करा देना,
गिरौदपुरी म संद घासीदास
जनम लेहे हे ।
संत कबीर के धाम हे,
चैतन्य महाप्रभु के जनम होये है,
सिहावा नगरी म मुनि तप करे हावय ।
अमरकंटक म नर्मदा सोन के
उद्गम स्थान हावय ।
रायगढ़, सरगुजा, बस्तर, कवर्धा,
दल्लीराजहरा के सघन वन हे ।
छत्तीसगढ़ के खजुराहो,
भोरमदेव मंदिर महान हे ।
देखा देना संगवारी मोर,
छत्तीसगढ़ के दर्शन करा दना ।
रतनपुर, पाली, ताला, मल्हार,
सिरपुर, बस्तर, आरंग, सरगुजा,
रायगढ़ के पुरातत्व महान हे ।
छत्तीसगढ़ के लोगन सीधा सादा,
भाखा म गुरतुर मिठास हे ।
पहुना ल भगवान मानय
छत्तीसगढ़ के संस्कृति ह महान हे ।
मोला घुमा देना संगवारी मोर,
देखा देना जोही मोर,
मल्हार, शिवरी के मेला देखा देना ।

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